"ख़ामोशी तू यू खामोश न रहा कर,गिला-शिकवा ही सही पर कूछ तो बोला कर,
बर्दाश्त नहीं होती तेरी ये खामोशी,बात करने को दिल करता है
शिकायतें ही सही पर कूछ तो बोला कर।
तेरी खामोशी बहुत कुछ बताता कि तुम मुझसे कूछ छुपाते हो
नफरत ही किया करो पर कूछ तो बोला करो।"
ख़ामोशी तू यू खामोश न रहा कर,गिला-शिकवा ही सही पर कूछ तो बोला कर,
बर्दाश्त नहीं होती तेरी ये खामोशी,बात करने को दिल करता है
शिकायतें ही सही पर कूछ तो बोला कर।
तेरी खामोशी बहुत कुछ बताता कि तुम मुझसे कूछ छुपाते हो
नफरत ही किया करो पर कूछ तो बोला करो।