अगर मेरे रोने से
सब ठीक हो जाता
अगर मेरे उदास होने से
सब ठीक हो जाता
अगर मेरे तनाव लेने से
सब थी हो जाता
तो क्या ही हो जाता
गलतिया तो फिर होंगी
उलझने भी फिर होंगी
तकलीफे भी फिर होंगी
जब तक कठोर ना बनु
ऐ कश्मकश बंद नहीं होगी
©Kshitija Thange
#walkalone #Poetry